आप इस तथ्य को जानते है कि मच्छर, खुद को कोई नुकसान पहुँचाएँ बिना बीमारी फैला सकतें हैं |
मच्छरों द्वारा फैलाये गए बैक्टीरिया, वायरस या परजीवी के कारण होने वाली बीमारियाँ को मच्छर से उत्पन्न बीमारियाँ कहते हैं |
मच्छरों द्वारा प्रसारित रोगों में शामिल हैं: मलेरिया बुखार , डेंगू बुखार , वेस्ट नाइल वायरस, चिकनगुनिया, पीला बुखार, जापानी एन्सेफलाइटिस, ज़िका बुखार/वाइरस और बहुत से ऐसे रोग ऐसे हैं गिनको यहाँ बता पाना संभव नहीं है | दुनिया के विभिन्न भागों में कईं अन्य मच्छर से पैदा होने वाली बीमारियाँ पाई जाती हैं
ये सब बीमारियाँ एक संक्रमित मछ्चर के कटाने से होती हैं | इसलिए यह कहाँ गलत नहीं होगा कि मच्छर इस दुनिया में सबसे खतरनाक जीवों में से एक हैं।
आइए, मच्छरों के कारण होने वाली इन घातक बीमारियों पर नज़र डालते हैं :
मलेरिया / Malaria
मलेरिया बुखार प्लॅस्मोडियम वीवेक्स (plasmodium parasite) नामक वाइरस के कारण होता है |एनोफ़िलेज़ नामक संक्रमित मादा मच्छर के काटने से मनुष्यों के रक्त प्रवाह में यह वाइरस संचारित होता हैं | जिस से मलेरिया बुखार के लक्षण जैसे बुखार होना , ठंड लगना, पसीना निकलना, उलटी होना, सिरदर्द और बदन दर्द और गंभीर फ्लू के लक्षण दिखने लगते हैं |
मलेरिया मादा एनोफ़िलेज़ के कटाने से फैलता है. वायरस लिवर तक पहुँच कर उसकी उचित कार्यप्रणाली को बिगड़ देता है।
डेंगू बुखार / Dengue fever
मच्छरों द्वारा होने वाली यह एक और सबसे घातक और बहुत ही आम बीमारी है | डेंगू वायरस संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से मनुष्यों में संचारित होता हैं।
इस बीमारी के शुरुआती लक्षण तेज़ बुखार, सिरदर्द, जोड़ों में दर्द और शरीर पे चकत्ते दिखते है। डेंगू से ग्केरसित व्वयक्लति का प्लेटलेट काफी तेज़ी से कम होने लगता है, जोकि CBC काउंट में देखा जा सकता है वही एडीज मच्छर व्यक्ति में डेंगू बुखार संचारित कर सकता है, जिसने पहले से किसी डेंगू से संक्रमित व्यक्ति को काटा हो |
डेंगू के रोकथाम के लिए अब तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है |
चिकनगुनिया / Chikungunya fever
चिकनगुनिया भी एक और घातक बीमारी है, जो कि डेंगू की तरह ही एडीस मच्छर के काटने से होती है | विशेष रूप से यह एडीज एजेप्टाए और एडीस अल्बोपिक्टस के काटने से होती है |
चिकनगुनिया के सबसे आम लक्षण : जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, उल्टी, पीठ दर्द और त्वचा पे चकत्ते हो जाना। चिकनगुनिया के लक्षण आमतौर पर 5-7 दिन में दिखाई देते हैं | जिन लोगों की इम्युनिटी कम होती है, वे इस बीमारी से जल्द ही ग्रसित हो जाते हैं |
चिकनगुनिया से बचने के लिए हम लोग फुल आस्बतीन वाले कपडे पहनकर बाख सकते हैं , साथ ही गंदगी से दूर रहना चाहिए, और मच्छर विकर्षक उत्पादों का उपयोग करना चाहिए |
ज़िका बुखार/वाइरस / Zika virus
ज़िका बुखार से ग्रसित व्यक्ति को , त्वचा पे चकते दिखने लगते हैं, सिरदर्द, खुजली, मांसपेशियों और जोड़ों मे दर्द और कनजंगक्टिविटिस जैसे लक्षण दिखते हैं |
ज़िका वायरस रोग मुख्य रूप से मच्छरों द्वारा फैलता है | ज़िका वाइरस के इलाज के लिए भी कोई टीका विकसित नहीं हुआ है |
दूसरी मच्छर जनित बिमारियों कि तरह ही , जीका वाइरस से ग्रसित होने पर भी पूर्ण रूप से विश्राम करना आवश्यक होता है | साथ ही खूब पानी पीना चाहिए और डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा लेनी चाहिए | साथ ही घर में मच्छरों को दूर रखने कि विधियों का उपयोग करें और अपने पूरे परिवार का मच्छरों से बचाव कर इस बीमारी से बचें |
पीला बुखार / YellowFever
पीला बुखार/येल्लो फीवर भी एडीस् मच्छर विशेष रूप से एडीज एजेप्टाए के मनुष्य को काटने पर होता है | संक्रमित व्यक्ति में 4-7 दिन मे इसके लक्षण दिखते है : जैसे सिरदर्द, उल्टी, बुखार इत्यादि |
येल्लो फीवर से बचने के लिए निवारक उपायों का पालन करना चाहिए जैसे स्वच्छ, घर का भोजन खाएँ, घर का वातावरण स्वस्थ बनाये रखे और अपने आस पास गंदगी ना होने दे | विद्युत मच्छर विकर्षक या व्यक्तिगत मच्छर विकर्षक का उपयोग करके भी इनसे बचा जा सकता है |
अपने घरों में आप मच्छरों के प्रजनन को रोके, इसके लिए आप कुछ घरेलू उपचारों का भी उपयोग कर सकतें हैं जैसे पुदीने की पतियों का पोधा, नीलगिरि और लहसुन का पोधा लगाना इत्यादि | घर मे सॉफ सफाई रखें,साथ ही कही भी पानी न जमा होने दे, कूलर के पानी को समय समय पर बदलते रहें . जैसे ही मच्छर जनित बीमारी का पता चले , आप अपने डॉक्टर से मिले और इसका उचित उपचार करवाएं.
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